मेटरनिटी विभाग में तीसरी आंख बंद... नवजात शिशुओं की सुरक्षा राम भराेसें...

झाबुआ जिला अस्पताल स्थित मेटरनिटी विभाग प्रबंधन सुरक्षा इंतजामों को लेकर साेता नज़र आया है। अस्पताल में शराब पीने, हंगामा करने और बाहरी लोगों का अनावश्यक प्रवेश तथा स्टाफ से अभद्रता सहित नवजात शिशुओं संबधिक कई मामले पूर्व में सामने आ चुके हैं। जिसके चलते इस दाैरान यदि काेई अप्रिय घटना घटीत हाेती है प्रशासन व पुलिस के लिए बड़ी चुनाैती बन सकता है।

आईएसओ प्राप्त इस जिला चिकित्सालय के मेटरनिटी विभाग में सुरक्षा इंतजामों के तहत यहां सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, जो दाे दिन से बंद हैं। जिनमें से अधिकांश कैमरे तो ऐसे हैं, जाे सुरक्षा की दृष्टी काे देखतें हुवें अत्यधिक महत्वपूर्ण है। जिला अस्पताल में कई ऐसी घटनाएं है जाे सिर्फ विभाग तक ही सिमीत हाे जाती है, वही कुछ कई घटनाएं सामने ताे आती है पर ठाेस तथ्य के अभाव में ऊजागर नही हाे पाती है। जिसके लिहाज़ से भी तीसरी आंख अत्यंत जरूरी है, जाे 24 घंटे वहां की हर गतीविधियाें पर नज़र रखकर उसे सुरक्षीत कैद करता है।

सुचना दे दी गई है...

कैमरे कल से बंद है जिसे चालू करवाने के लिए आज व्हाट्सप ग्रुप के माध्यम से संबधित अवगत करवा दिया गया है। जल्द ही कैमरे चालू हाे जाऐंगे। - हंसा धामनिया, इंचार्ज मेटरनिटी विभाग, झाबुआ

मुझे सुचना प्राप्त हुई है, मैने इस संबध में वहां पर लड़काें काे पहूंचा कर दिखवा दिया है। तकनिकी कारण के चलते कैमरे बंद हुवें है। जिसकाे जल्द दुरूस्त कर दिया जाऐगा। - इमरान खान, सीसीटीवी कैमरा मेंटेनेंस इंचार्ज, झाबुआ

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