"रेल गाड़ी" गाने में आपत्तिजनक शब्दों पर आदिवासी समाज में आक्रोश, जयस ने दी 24 घंटे में कार्रवाई की चेतावनी...

झाबुआ। हाल ही में रिलीज़ हुए गाने "रेल गाड़ी" में आदिवासी समाज से जुड़े कुछ शब्दों को लेकर भारी विवाद खड़ा हो गया है। जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) संगठन और आदिवासी समाज ने इस गाने में "चाल छोरी खोदरा" जैसे शब्दों पर आपत्ति जताई है और इसे आदिवासी संस्कृति तथा महिलाओं का अपमान बताया है।
क्या है विवाद...?
गाने में "चाल छोरी खोदरा" जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया है, जिसे आदिवासी समाज ने अपनी संस्कृति और महिलाओं के सम्मान के खिलाफ बताया है। उनका कहना है कि इस तरह के शब्दों के माध्यम से आदिवासी समाज को गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है, जो निंदनीय है।
जयस संगठन और आदिवासी समाज की मांगें और चेतावनी...
जयस संगठन ने गाने से आपत्तिजनक शब्दों को तुरंत हटानें एवं गायक, गीतकार और गाने की पूरी टीम पर एट्रोसिटी एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
      जयस संगठन के जिलाध्यक्ष विजय डामोर ने प्रशासन से इस गाने को तुरंत हटाने और संबंधित कलाकारों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। संगठन ने चेतावनी दी है कि अगर 24 घंटे के भीतर कार्रवाई नहीं हुई तो जयस संगठन आदिवासी समाज के साथ मिलकर आंदोलन करेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी झाबुआ प्रशासन की होगी।
समाज में बढ़ रहा आक्रोश...
आदिवासी समाज और जयस कार्यकर्ताओं का कहना है कि गानों के माध्यम से आदिवासियों को गलत नजर से दिखाने की कोशिश की जा रही है, जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है। खासकर आदिवासी महिलाओं से जुड़े शब्दों का गलत इस्तेमाल समाज की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला है।
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