झाबुआ बस स्टैंड के पास सार्वजनिक प्रसाधन रात में किया जाता है बंद, यात्रियों को हो रही परेशानी
झाबुआ। शहर के मुख्य बस स्टैंड के समीप बने महिला एवं पुरुष सार्वजनिक प्रसाधन को रात 8-9 बजे के बाद बंद कर दिया जाता है, जिससे बाहर से आने वाले राहगीरों और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। खासकर, महिलाओं को इस स्थिति में असहज परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है, क्योंकि आसपास कोई अन्य सुविधा उपलब्ध नहीं होती।
रात में ताला लगाना मजबूरी या लापरवाही...?
भील सेना जिला अध्यक्ष रवि भुरिया ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि प्रसाधन स्थल को समय से पहले बंद कर दिया जाता है, जिससे राहगीरों को दिक्कत हो रही है। भील सेना के ब्लाक अध्यक्ष गालू वसुनिया एवं साथियाें के साथ मौके पर पहुंचकर उन्होंने ताला खुलवाया, लेकिन जब उन्होंने ताले लगाने वालों से पूछा तो उन्होंने बताया कि यह आदेश नगर पालिका से आया था।
महिलाओं को हो रही सबसे ज्यादा परेशानी
स्थानीय लोगों के अनुसार, प्रसाधन स्थल बंद होने के कारण महिलाएं गुमटियों और दुकानों के पीछे जाने को मजबूर हो जाती हैं, जो असुरक्षित और अस्वास्थ्यकर स्थिति पैदा करता है। यह नगर पालिका की बड़ी लापरवाही को दर्शाता है, क्योंकि सार्वजनिक सुविधाओं का संचालन 24 घंटे होना चाहिए।
भील सेना की चेतावनी
इस घटना के बाद भील सेना ने नगर पालिका को चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द सार्वजनिक प्रसाधन को 24 घंटे खुला रखने की व्यवस्था नहीं की गई, तो वे विरोध प्रदर्शन करेंगे और प्रशासन को इसका जवाब देना होगा।
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