सावधान... झाबुआ जिलें में आई फ्लू ने दी दस्तक, तेजी से बड़ रहे मरीज... जिला नेत्र चिकित्सालय के नेत्रराेग विशेषज्ञ डाॅ. जी.एस अवास्या सें आई फ्लू के राेकथाम हेतू सीधे बातचीत...

गूंज़-ए-झाबुआ। बरसात का माैसम जब भी आता है, अपने साथ तमाम बिमारियों की पोटली बांध कर लाता है। बारिश की वजह से भले ही चिलचिलाती गर्मी से राहत मिल जाती हो, लेकिन इसकी वजह से लोगों को अलग-अलग बीमारियों का सामना करना पड़ता है। इन दिनों आंखों की एक बीमारी ने अधिकतर लोगों का जीना मुहाल किया हुआ है। इस बीमारी का नाम कंजंक्टिवाइटिस है, जिसे पिंक आई इन्फेक्शन और आई फ्लू के नाम से भी जाना जाता है। जिसे हम साधारण भाषा में आँख आना भी कहते है। झाबुआ नगर सहित संपूर्ण जिले में इस इन्फेक्शन के रोजाना कई मामले देखे जा रहे हैं। इस बारें में हमने जब नेत्र राेग विशेषज्ञ डाॅ. जी.एस.अवास्या सें चर्चा की ताे उन्हाेने चर्चा में बताया की बारिश और उमस के बीच इन दिनों आई फ्लू का रिस्क तेजी से बढ़ रहा है। हमारे यहां दिन प्रतिदिन आई फ्लू मरीजाें की संख्या में इजाफा हुआ है। विगत दस दिनाें के आकड़े की बात करें ताें 298 मरीजाें की ओपीडी में संख्या दर्ज है वही अधिकांश मरीज जनरल ओपीडी के माध्यम सें भी उपचार हेतू आ रहे है जिससे अनुमानित जाे आकड़े जाेड़ कर देखें ताे करीब प्रतिदिन 50 से 60 मरीजाें का उपचार किया जा रहा है। दिन प्रतिदिन तेजी से बड़ती आई फ्लू के मरिजाें की संख्या के बड़ते इजाफें काे कम करने के मरिजाें काे व आमजन काे सुझाव प्रदान किए जा रहे है, जिससे आई फ्लू से बचा जा सकता है।

गूंज़-ए-झाबुआ की डाॅ.जी.एस.अवास्या सें सीधे बातचीत विस्तार सें।

सवाल: आई फ्लू के बहुत केसेस आ रहे हैं ये क्या होता है...?
जवाब: आई फ्लू आंखों का इन्फेक्शन है। इसे कंजंक्टिवाइटिस, पिंक आई, रेड आई भी कहते हैं। वैसे आमतौर की भाषा में इसे आंखों का आना बोलते हैं। आंखों में यह इन्फेक्शन, कंजंक्टिवा की सूजन का कारण बनता है। कंजंक्टिवा क्लियर लेयर होती है, जो आंख के सफेद भाग और पलकों की आंतरिक परत को कवर करती है। इसमें आंखों के सफेद हिस्से में इन्फेक्शन फैल जाता है। जिससे पेशेंट को देखने में काफी परेशानी होती है। यह इन्फेक्शन पैदा करने वाले वायरस की वजह से किसी को भी हो सकता है।

सवाल: क्या आई फ्लू छूने से फैलता है...?
जवाब:
 हां, ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। मान लीजिए, एक आंख में कंजंक्टिवाइटिस है। उसे हाथ से छूने के बाद उसी हाथ से दूसरी आंख छू ली, तो ये उसमें भी हो जाएगा। अगर उसी हाथ से आपने दूसरे व्यक्ति को छू लिया, तो उसमें भी इसके होने का रिस्क बढ़ जाता है। बस यही वजह है जो आई फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

सवाल: आई फ्लू क्यों होता है...?
जवाब: 
मानसून में कम टेम्प्रेचर और हाई ह्यूमिडिटी की वजह से लोग बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी के कॉन्टेक्ट में आते हैं। यही एलर्जिक रिएक्शन्स और आई इन्फेक्शन जैसे कंजंक्टिवाइटिस का कारण बनते हैं।

सवाल: क्या आई फ्लू का इन्फेक्शन सिर्फ बैक्टीरिया और वायरस से ही होता है...?
जवाब: 
नहीं। आई फ्लू कई तरह का है। जो कई अलग-अलग कारणों से आंखों को नुकसान पहुंचाता है।

सवाल: किन लोगों में आई फ्लू होने का ज्यादा रिस्क रहता है...?
जवाब: 
वैसे तो किसी को भी हो सकता है। लेकिन बच्चों, एलर्जिक पेशेंट, बुजुर्ग और वीक इम्यूनिटी वाले लोगों में ज्यादा रिस्क होता है।

सवाल: बहुत लोग बोलते हैं कि आंखों में खुजली होने पर या सूजन होने पर हाथ नहीं लगाना चाहिए और न ही रगड़ना चाहिए। क्या ये बात सही है...?
जवाब: 
आंखों में खुजली या सूजन होने का मतलब है कि कंजंक्टिवाइटिस है। इस कंडीशन में बार-बार आंखों में हाथ लगाने से दूसरी आंख में भी इसके होने का रिस्क बढ़ जाता है। दूसरे लोगों को भी इसके होने का रिस्क रहता है। इसलिए हाथों से रगड़ना या छूना नहीं चाहिए।

सवाल: क्या ये आंखों में आंखें मिलकर देखने से भी फैलती है...?
जवाब: 
जब किसी व्यक्ति को कंजंक्टिवाइटिस होता है तो कुछ लोग कहते हैं कि जिस व्यक्ति को होता है उसकी आंखों में देखने वाले को भी हो जाता है। जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। यह इन्फेक्शन किसी की भी आंख में देखने से नहीं होता है। बल्कि यह फ्लू डायरेक्ट कॉन्टैक्ट में आने के बाद ही फैलता है।

जैसे- अगर आप किसी कंजंक्टिवाइटिस पेशेंट के मेकअप कॉजल, आई लाइनर, टॉवल यूज करते हैं तो इस इन्फेक्शन के होने के चांसेस बढ़ जाते हैं।

सवाल: इससे आंखों का बचाव कैसे करें...?
जवाब: 
इस मौसम में आई फ्लू से बचने के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है।

सवाल: जिनको आई फ्लू के लक्षण, उन्हें क्या सावधानी बरतनी चाहिए...?
जवाब: 
पेशेंट को आइसोलेट रखें। • उसकी टॉवल-पिलो अलग रखें। • उसे 3 से 5 दिन तक घर में ही रहने को कहें। •आंखों से छूने से बचाने के लिए चश्मा लगाए रहें। • साफ सफाई का ध्यान रखें।

सवाल: आई फ्लू कितने दिन में ठीक हो जाता है...?
जवाब: 
वैसे तो आई फ्लू कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है। लेकिन सीरियस कंडीशन होने पर यह 10 से 14 दिनों या फिर एक महीने तक रह सकता है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मैं अब नहीं मिलूंगी..." झाबुआ की कनक पाटीदार का दर्दभरा वीडियो वायरल - क्या एक और बेटी सिस्टम से हार गई...?

झाबुआ के फॉरेस्ट कॉलोनी में तेंदूपत्ता अधिकारी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, पुलिस मौके पर मौजूद

झाबुआ में मिलावटी चांदी की बिक्री, प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग