मजदूर कर रहे दूसरे राज्याें की ओर पलायन, गांव में नहीं मिल रहा रोजगार
फाईल फाेटाे झाबुआ। जिले में रोजगार के अभाव में मजदूर महानगरों एवं दूसरे पड़ाेसी राज्याें की ओर पलायन करने को मजदूर मजबुर है। गांव में रोजगार का अभाव और बारिश न होने के कारण के साथ दाे साल से काेविड-19 के सख्ती से त्रस्त गरीब मजदूर वर्ग के लोग पलायन कर रहे हैं। महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत मजदूरों को गांवों में काम नहीं मिल रहा है। मजदूरों को गांव से पलायन करना पड़ रहा है। ग्रामीण मजदूरों को गांव में ही रोजगार मिल सके। इस उद्देश्य से मनरेगा कानून बनाया था। जिसके तहत वर्ष में कम से कम 100 दिन गांव के मजदूरों को रोजगार दिया जाना अनिवार्य किया था। काम नहीं देने की दिशा में बेरोजगारी भत्ता देने का प्रावधान भी था। ग्रामीण अंचलों से प्रतिदिन सैकड़ों मजदूर अपने घरों में ताला लगाकर रोजी रोटी के लिए पड़ाेसी राज्य गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान एवं इंदाैर, भाेपाल जैसे दूर शहराें की ओर पलायन कर रहे हैं। क्षेत्र से महानगर की ओर पलायन करने वालों मजदूरों के समूह को बस स्टैंड देखा जा स...